सोहन अपने क्लास में हमेशा मस्ती मजाक करता था इसलिए उसके पूरे क्लास वाले भी बहुत खुश रहते थे लेकिन अचानक से सोहन दुखी रहने लगा अब सोहन पिछले 15 दिनों से दुखी रहने लगा था।
सोहन की खामोशी अब उसके शिक्षकों से भी नहीं देखी गई तभी एक शिक्षक ने सोहन को कॉलेज के स्टाफ रूम में क्लास खत्म होने के बाद बुलाया और सोहन से उसकी खामोशी की बात शिक्षक ने पूछा।
शिक्षक के पूछे जाने पर भी सोहन ने ठीक से जवाब नहीं दिया लेकिन थोड़ी देर के बाद पूछा तो सोहन ने कहा कि सर दरअसल बात ऐसी है कि मैं एक लड़की से प्यार करता था वह लड़की मेरा दिल तोड़ कर चली गई अब मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता मनो जिंदगी खत्म हो गई हैं
शिक्षक ने सोहन की बात समझी और शिक्षक ने कहा आज कॉलेज खत्म होने के बाद तुम मेरे घर आना अब कॉलेज खत्म हुआ और सोहन शिक्षक के घर गया शिक्षक ने सोहन को अपने घर के अंदर ले जाया और सोहन से कहा कि तुम कुछ पीना चाहते हो।
और शिक्षक ने कहा कि चलो मैं ही तुम्हारे लिए कुछ बना देता हूं ऐसा कहकर शिक्षक ने नींबू पानी बनाया जिसमें वह शिक्षक ने जानबूझकर नींबू पानी में शक्कर कम और नमक काफी ज्यादा मिला दिया।
जब सोहन ने वह शरबत पिया तो सोहन का मुंह अजीब सा हो गया उसने कहा कि सर यह क्या है यह शरबत में शक्कर कम एवं नमक ज्यादा है तब शिक्षक ने कहां कोई बात नहीं सोहन मैं तुम्हारे लिए यह शरबत को फेंक कर दूसरा बना देता हूं तब सोहन ने कहा सर यह शरबत फेंकने की क्या बात है आप इसमें शक्कर और डाल दीजिए जिससे फिर से यह सरबत की मिठास वापस आ जाएगी।
शिक्षक ने कहा यही बात मैं तुम्हें समझाना चाहता था सोहन तुम्हारी जिंदगी में अभी नमक ज्यादा है तुम वह नमक को भुलाने के लिए अपनी जिंदगी में मिठास रूपी शक्कर को घोलो शिक्षक ने कहा जो बात बीत गई है
उसे याद कर करके दुखी होने से कोई फायदा नहीं होता परिणाम स्वरूप तुम दुखी हो जाते हो इसलिए वह बात को भूल कर फिर से नई दोस्ती करो खुश रहो तुम जल्द ही खुश रहने लगोगे सोहन यह बात समझ गया और कुछ ही दिनों में सोहन अब पहले जैसा हो गया और खुश रहने लगा।